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ई-श्रम पोर्टल के शुभारंभ के बाद से अब तक 27 लाख से अधिक असंगठित श्रमिकों ने पंजीकरण कराया » भाजपा की बात

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ई-श्रम पोर्टल के शुभारंभ के बाद से अब तक 27 लाख से अधिक असंगठित श्रमिकों ने पंजीकरण कराया » भाजपा की बात

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ई-श्रम पोर्टल के शुभारंभ के बाद से अब तक 27 लाख से अधिक असंगठित श्रमिकों ने पंजीकरण कराया » कमल संदेश


श्रम कल्याण एवं रोजगार मंत्रालय ई-श्रम पोर्टल पर असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण के लिए विभिन्न शिविरों का आयोजन कर रहा है।

ऐसे ही एक शिविर का आयोजन आज नई दिल्ली के श्रम शक्ति भवन में स्थित विभिन्न मंत्रालयों में कार्यरत असंगठित श्रमिकों के पंजीकरण के लिए किया गया। इस शिविर में आज 80 से अधिक श्रमिकों के पोर्टल पर पंजीकृत होने की संभावना है।

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शिविर का उद्घाटन करते हुए श्रम एवं रोजगार तथा पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री श्री रामेश्वर तेली ने सभी से पोर्टल का प्रचार-प्रसार करने और पोर्टल पर पंजीकरण कराने वाले उन श्रमिकों को होने वाले लाभों के बारे में बताने को कहा।

श्री तेली ने कहा कि सभी असंगठित कामगारों का एक राष्ट्रीय डेटाबेस तैयार करने से सरकार को ऐसे श्रमिकों के लिए कल्याणकारी योजनाओं के लाभ पहुंचाने और अंतिम छोर तक इसके वितरण पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।

पिछले महीने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निर्देश के तहत शुरू किए गए ई-श्रम को परिवर्तनकारी पोर्टल करार देते हुए श्री तेली ने बताया कि अब तक 27 लाख से अधिक असंगठित कामगारों ने इस पर अपना पंजीकरण कराया है और भारत सरकार पोर्टल पर श्रमिकों को पंजीकृत करने के लिए सभी राज्य सरकारों तथा अन्य हितधारकों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग कर रही है।

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राज्यमंत्री ने लाभों को सूचीबद्ध करते हुए बताया कि यह पंजीकरण 2 लाख रुपये का दुर्घटना बीमा कवर भी प्रदान करता है। यदि कोई कर्मचारी ई-श्रम पोर्टल पर पंजीकृत है और वह दुर्घटना का शिकार हो जाता है, तो वह मृत्यु या स्थायी विकलांगता होने पर 2 लाख रुपये और आंशिक विकलांगता पर 1 लाख रुपये के लिए पात्र होगा तथा पंजीकरण होने पर श्रमिकों को एक सार्वभौमिक खाता संख्या प्रदान की जाएगी, जो विशेष रूप से प्रवासी श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं एवं राशन कार्ड आदि की पोर्टेबिलिटी के लिए आसान है।

(News Source -Except for the headline, this story has not been edited by Bhajpa Ki Baat staff and is published from a hindi.kamalsandesh.org feed.)

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